डाक टाइम्स समाचार पत्र ब्यूरो कुशीनगर ।
दिनाँक 20 अक्टूबर 2023 को भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के कार्यकर्ताओं ने यूनियन के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह के नेतृत्व में जिला मुख्यालय कुशीनगर पर पहुँचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी किये और बन्द चीनी मिल को चलाने की माँग प्रमुखता से उठायी और यूनियन के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह द्वारा मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ से सम्बोधन ज्ञापन जिलाधिकारी उमेश मिश्रा को सौपते हुए आरोप लगाया कि जब जब बन्द चीनी मिल को चलाने का ज्ञापन मुख्यमन्त्री को दिया जाता है उसे मुख्यमन्त्री कार्यालय के संयुक्त सचिव द्वारा आई० जी० आर० यस० पर डाल दिया जाता है और कभी जिला गन्ना
अधिकारी और कभी उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के माध्यम से यह टिप्पणी देकर निस्तारित कर दिया जाता है कि “बन्द चीनी मिल लक्ष्मीगंज को चालू कराये जाने का प्रकरण शासन के नीति विषयक है” इस विषयक पर अधिकारी नियम विरुद्ध कार्य कर रहे हैं तथा परोक्ष रूप से भ्रष्टाचारियों की सहायता कर ‘सेवा आचरण नियमावली’ का खुला उल्लंघन कर रहे हैं जो गम्भीर दुराचार की श्रेणी में आता है। बसपा सरकार में UPSSCL की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल सहित 21 चीनी मिलें औने पौने दामों और सरकारी स्टाम्प पेपरों में चोरी करके सरकार के राजस्व में चुना लगाया गया। उत्तर प्रदेश सरकार CAG की रिपोर्ट पर CBI जांच कराकर लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल पर ED का ताला लगवाया। यूनियन के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने यह भी आरोप लगाया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कुशीनगर के सांसद ने लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलाने के लिये इस क्षेत्र के किसानों से वादा करके लोकसभा में पहुँच गये और 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लक्ष्मीगंज क्षेत्र के किसानों, ब्यापरियों, बेरोजगारों और आम मतदाताओं से वादा करके गये कि, उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाओं हम और योगी जी मिलकर इस बन्द चीनी मिल को चलवायेंगें मगर इस दोनों वरिष्ठ भाजपा के नेताओं का वादा करने के बाद भी लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल का नही चलना भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और पार्टी को कलंकित करता है! यूनियन के जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने मुख्यमन्त्री को भी आड़े हाथों लेते हुए कठोर शब्दों में कहा है कि इस बन्द चीनी मिल को चलाने के लिये किसान हमारे नेतृत्व में विगत छ: वर्षों से माँग कर रहे है। जनपद कुशीनगर उधोगविहीन जनपद है और यहां चीनी मिलों के अलावा उधोग और रोजगार का कोई और संसाधन नही है। मुख्यमन्त्री जनपद में एक नया चीनी मिल देने का वादा सितम्बर 2021 में कप्तानगंज से किये और इसी महीने के आखिरी सप्ताह में ही लखनऊ से किसान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहे कि,हम प्रदेश की जर्जर से जर्जर बन्द चीनी मिलों को चलवायेंगे मगर मुख्यमन्त्री अपना वादा किसान हित में पूरा नही किया और जनपद के किसानों के साथ सौतेला ब्यवहार कर रहे है और इसके अलावा मुख्यमन्त्री प्रदेश की जनता को सिर्फ गुमराह करके विधानसभा 2022 का चुनाव जीता है। अन्त में भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ से माँग किये है कि, उत्तर प्रदेश के किसानों, मजदूरों और जन-जन के साथ नैसर्गिक न्याय किया जाय और अपने करकमलों द्वारा UPSSCL की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को शीघ्र ही चलवाने की दिन और तारीख तय करके इस बन्द चीनी मिल में कार्य प्रारम्भ कराया जाय और बसपा सरकार में हुए घोटाले को उजागर करते हुए दोषी अधिकारियों और बसपा सरकार के सुप्रीमों के बिरुद्ध नियमानुकूल कार्यवाही किया जाय। यदि लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल का उद्घाटन आपके करकमलों द्वारा एक महीने के अन्दर नही किया गया तो भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के कार्यकर्त्ता पूरे उत्तर प्रदेश में लगातार धरना प्रदर्शन करने के लिये बाध्य होंगें जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की होगी। इस मौके पर यूनियन के जिला महासचिव प्रमोद कुमार वर्मा, जिला सचिव रामपति बौद्ध, जिला सचिव चेतई प्रसाद, रामबृक्ष सिंह, ईश्वर शरण कुशवाहा, महिला जिला मंत्री इन्द्रावती देवी, रामअधार प्रसाद, हनुमान मदेसिया, इन्द्रजीत मद्देशिया, राजवन्ति देवी, तारामती देवी, संगीता देवी,हरिहर, सतीश, कमला देवी, धनई, परमा, कुसुम देवी, सुरसती देवी के साथ साथ सैकड़ो कार्यकर्ता और किसान मौजूद रहे।