डाक टाइम्स न्यूज समाचार पत्र कुशीनगर ।
तमकुहीराज के पूर्व विधायक व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में ज़न चेतना साइकिल यात्रा राजपुर बगहा से विधानसभा क्षेत्र से निकल कर तमकुही राज शाम को पहुंचा। निर्धारित कार्यक्रम के तहत दिनाँक 6 नवंबर को तमकुही राज तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सौपा जाएगा।उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में जातीय जनगणना कराने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा केंद्र सरकार से देश में जातीय जनगणना कराने की मांग की जा रही है।
जिसके परिपेक्ष में कल शनिवार के दिन साइकिल यात्रा अहिरौली दान से निकाली गई तथा विधानसभा क्षेत्र तमकुही राज क्षेत्र अमवा दिगर भ्रमण करते राजपूर बगहा गांव में 34 किलोमीटर की दूरी तय करने के पश्चात रात्र विश्राम की तथा सुबह 10:00 बजे से दूसरे दिन पुनः यात्रा शुरू होकर देर शाम तमकुहीराज पहुंची। इस यात्रा में बड़ी संख्या में युवा ग्रामीण एवं कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी सम्मिलित हुए।
उन्होंने कुछ आकड़े इस प्रकार बताए है पत्र के माध्यम से। केंद्र सरकार के मंत्रालय में अतिरिक्त सचिवों में एक भी सचिव OBC नहीं है । वहीं , सचिवों में 1 SC है , जबकि 3 ST से हैं । संयुक्त सचिव के पद पर 4 % SC , 3 % ST और 7 % OBC तैनात है। शिक्षा क्षेत्र के आंकड़े देखिए 2021-22 में IIT और केंद्रीय विश्वविद्यालयों में SC , ST , OBC फैकल्टी के 70 % पद खाली रह गए । ॐ केंद्रीय विश्वविद्यालयों में केवल 1 कुलपति SC समुदाय से 1 ST समुदाय से और 7 OBC समुदाय से हैं । केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 2 रजिस्ट्रार SC समुदाय के 5 ST समुदाय के और 3 OBC समुदाय के हैं ।
उन्होंने आमजन को इस आकड़े पर विशेष जोर देने एवं इसमें समझने और जागरूक होने की अपील की। क्षेत्र में जातीय जनगणना का समर्थन व्यापक रूप से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में भी मिला है। जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए जाति जनगणना यात्रा का समर्थन जगह-जगह देखने को मिला। इस अवसर पर पूर्व विधायक अजय कुमार लल्लू के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार को हर हालत में जातीय जनगणना कराना होगा। इस सरकार को जिम्मेदारी से भागने नहीं दिया जाएगा। जब तक जातीय जनगणना सरकार नहीं करती है, तब तक बृहद आंदोलन किया जाएगा। पिछड़े दलित अल्पसंख्यकों आदिवासियों को उनका हक मिलना चाहिए। सभी संवैधानिक पदों पर जातीय आंकड़ा नहीं होने के कारण शोषित पीड़ित वंचित पिछड़े समाज को कोई भागीदारी नहीं मिल पाई है। सरकार इस जिम्मेदारी से भाग रही है, कब तक भागेगी इसको भागने नहीं दिया जाएगा। जातीय जनगणना हर हालत में उत्तर प्रदेश में वर्तमान सरकार को करना ही होगा। इस अवसर पर साइकिल यात्रा में बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की तथा जातीय जनगणना की मांग की आवाज को बुलंद किया।