डाक टाइम्स न्यूज समाचार पत्र । सृष्टि का निर्माण स्त्री और पुरुष के सहयोग और सम्मिलन से हुआ है। पुरुष को जहां बलशाली पौरूष के रूप में परिभाषित किया गया है, वहीं नारी सौंदर्य, संस्कृति और प्रेम के रूप में परिभाषित किया गया है। रूप में अपना पाव पसारने लगा। आज की 21 वीं सदी में भी भौगोलिक सीमा जो भी हो सकती है लेकिन नारी को हर कदम पर अपनी संभावना, अवसर, अस्मिता के लिए संघर्ष करना प्रतीत होता है। बवजूद तमाम विरोधो के स्त्रिया अपनी योगिता का लोहा मनवाती आई है। धरती से लेकर अंतरिक्ष तक, समाज से लेकर व्यापार तक, राजनीति से लेकर विज्ञान तक, अर्थव्यवस्था से लेकर संविधान तक अपनी सबल उपस्थति दर्ज कराती है। इस सन्दर्भ
में सेंट पॉल स्कूल मुगलहा में दिनांक 24.07.2024 को 11 वी और 12 वी के छात्रों के लिए वाद विवाद प्रतियोगिता की योजना बनाई गई। इसका विषय “महिलाएं जन्म से हीन नहीं होतीं, उन्हें हीन बनाया जाता है।” रखा गया है, उपरोक्त सन्दर्भ का उद्देश्य युवाओं में स्त्री पुरुष के मध्य एक स्वस्थ और संतुलित विचार को आत्मसात करने के लिए प्रेरित करना रहा, इस विषय के पछ में ऋषिता, अनुश्री, लक्ष्मी, रुद्रांश तथा विरोध मे शिवांश, सृष्टि, अनुष्का आदि अनेक छात्र छात्राओं ने बहुत उत्साह के साथ अपने विचार प्रस्तुत किये। स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक विजय शंकर त्रिपाठी और अंग्रेजी की शिक्षक श्रीमती माधुरी रिचर्ड के द्वारा प्रतिभागियो का आकलन किया गया। स्कूल के प्रधानाचार्य सुदर्शन चौधरी ने छात्र छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए महिलाओ की वास्तविक स्थिती , चुनौती , संघर्ष तथा समाज द्वारा स्त्री पुरुष के बीच मतभेद आधारित विचारधारा पर चर्चा किया गया। श्री विजय शंकर त्रिपाठी ने प्राचीन से लेकर वर्तमान तक सफल महिलाओ का उत्थान देते हुए युवाओं को बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए स्त्री सम्मान और सहयोग बनाए रखने के साथ अवश्यक अधिकार दिये जेन का पुरजोर समर्थन किया। प्रधानाचार्य ने विजई प्रतिभागियो की घोषना की जिसके अंतरगत विषय के पच्छ में अंजलि, तोयज, मानसी ने क्रमशह प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा विषय के विपच्छ में नंदिनी, पार्थ, अनन्या ने क्रमशह प्रथम , द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में डॉ शालिनी श्रीवास्तव, श्रीमती अंजू, श्रीमती प्रवीणा , श्री भूपेन्द्र एल, श्वेता जॉनसन आदि शिक्षक उपस्थित रहे।