कृषि विभाग द्वारा विशेष संचारी नियंत्रण दस्तक अभियान 01 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2024 तक

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डाक टाइम्स न्यूज ब्यूरो कुशीनगर ।

जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉ मेनका ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा विशेष संचारी नियंत्रण दस्तक अभियान 01 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2024 तक चलाया जा रहा है, जिसमें जे0ई0/जे0ई0एस0 (जापानीज इंसेफलाइटिस) स्क्रब टायफस और लेप्टास्पायरोसिस रोगों के प्रसार के लिए अन्य कारकों के साथ- साथ चूहा एवं छछुंदर भी उत्तरदायी है जिसके नियंत्रण हेतु निम्न बिन्दुओं पर किसान बन्धुओं द्वारा ध्यान देना आवश्यक है।
उन्होने बताया कि जैसे- चूहो की संख्या को नियंत्रित करने हेतु अन्न भण्डारा पक्का, कंक्रीट तथा धातु से बने पात्रों में करना चाहिए जिससे उनको भोज्य पदार्थ सुगमता से उपलब्ध ना हो सके। चूहे अपना बिल झाड़ियों, कूड़ों एवं खेत के मेड़ों आदि में स्थाई रूप से बनाते है, समय समय पर खेतों का निरीक्षण एवं साफ -सफाई करके इनकी संख्या को नियंत्रित किया जाय। चूहो के प्राकृतिक शत्रुओं बिल्ली, सांप, उल्लू, लोमड़ी, बाज, चमगादड़ आदि द्वारा चूहों को भोजन के रूप में प्रयोग किया जाता है, इनको संरक्षण देने से चूहों की संख्या नियंत्रित हो सकती है। चूहेदानी का प्रयोग करके उनमें आकर्षक चारा जैसे रोटी, बिस्कुट, डबल रोटी आदि रखकर चूहों को फसा कर एल्यूमीनियम फास्फाईड रसायन की 3-4 ग्राम मात्रा प्रति जिन्दा बिल में डालकर बिल बन्द कर देने से उससे निकलने वाले गैस से चूहे मर जाते है। घरों में ब्रोमोडियोलान 0.005 प्रतिशत के बने चारे की 10 ग्राम मात्रा प्रत्येक जिन्दा बिल मे रखने से चूहे उसे खाकर मर जाते है।