डाक टाइम्स न्यूज समाचार पत्र गोरखपुर ।
योग एक प्राचीन भारतीय व्यायाम प्रणाली है जिसका उद्देश्य “स्वयं” की खोज के माध्यम से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य प्राप्त करना है। योग, सांस लेने की कला या विज्ञान, भारत की गहरी संस्कृति और जुड़ा हुआ है। यह मानव शरीर के तंत्रिका तंत्र को फिर से जीवंत करता है और उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ, मानसिक रूप से खुश और खुद पर नियंत्रण में रखता है। दुनिया के कोने-कोने में इसका अभ्यास इस विश्वास के साथ किया जाता है कि मन और शरीर को नियंत्रण में लाया जाए और साथ ही व्यक्ति और समाज के सभी क्षेत्रों में विकास के लिए
स्पष्ट, केंद्रित और सचेत प्रयास करने के लिए आंतरिक आत्म से जुड़ा जाए। बढ़ती आधुनिकता, भौतिकवादी अनियमित जीवन शैली ने सुविधाएं तो बहुत दीं है लेकिन इन सुविधाओं ने हमें मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक स्तर पर कमजोर बना दिया है। खेलने खाने की उम्र में युवा तमाम बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं छोटी सी उम्र में तनाव इस कदर बी हो गया है की असफलता पाने पर पुनः प्रयास करने के बजाय आत्महत्या का प्रयास करना ज्यादा सरल लगने लगा
है। ऐसी विपरीत स्थिति से निपटने के साथ-साथ बेहतर स्वास्थ्य एवं जीवन के लिए योग अत्यंत आवश्यक है इसी आवश्यकता को समझते हुए मनोविज्ञान की प्रवक्ता और समाज सेविका डॉक्टर श्वेता जॉनसन ने सेंट पॉल स्कूल मुगलहा में योग कार्यशाला का आयोजन किया। वनस्पति एशियन इंटरनेशनल विश्वविद्यालय के प्रवक्ता व योग प्रशिक्षक डॉक्टर शोभित कुमार श्रीवास्तव जिन्हें डॉक्टर टैक्सों Taxo के नाम से भी जाना जाता है, ने छात्र-छात्राओं को सूक्ष्म योग के साथ-साथ प्रतिदिन आवश्यक रूप से किए जाने किए जा सकने वाले योग आसन व मुद्राओं का प्रशिक्षण दिया। छात्र-छात्राओं ने तन्मयता के साथ योग की हर मुद्राओं को सिखा साथ ही साथ प्रत्येक मुद्राओं व आसनों से होने वाले लाभ तथा नियम पालन संबंधी जानकारी भी लीं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उत्साहवर्धन करने के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य सुदर्शन चौधरी, वरिष्ठ शिक्षिका मिस प्रवीना, प्रवक्ता डॉक्टर शालिनी श्रीवास्तव सहित छात्र-छात्राओं व अन्य लोगों ने बढ़ चढ़कर योग कार्यक्रम में भाग लिया।