डाक टाइम्स न्यूज समाचारपत्र ब्यूरो कुशीनगर।
- विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 01 से 31 जुलाई व दस्तक अभियान 11 से 31 जुलाई 2024 के सफल क्रियान्वयन हेतु जिलाधिकारी ने की बैठक, विभागों की दी विशेष जिम्मेदारी
- शत्-प्रतिशत अभियान को सफल बनाने के लिए सभी संबंधितों की होगी अहम भागीदारी- डीएम
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में आज देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न हुई जिसके अंतर्गत विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं घर- घर दस्तक अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु अंतर्विभागीय जिला स्तरीय बैठक की गई । मुख्य चिकित्साधिकारी अधिकारी द्वारा इस बैठक में जिले में संचारी अभियान के तहत होने वाली कार्रवाइयों के बारे में बताया गया व 01 से 31 जुलाई 2024 तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा 11 से 31 जुलाई 2024 के मध्य दस्तक अभियान चलाया जाएगा। बैठक में गोरखपुर से आए चिकत्सक ने डेंगू रोग और उसके रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी भी गई। बताया कि डेंगू के तीन विकृत रूप है, यह साफ और ठहरे हुए पानी में तेजी से पनपता है और 2019 में कुशीनगर में केवल 12 केस थे किंतु अब 2023 में बढ़कर 106 हो गए , इसके लिए अपने आसपास सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, खुले स्थानों में , छतों, कूलर , टायरों, आदि में पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने संचारी रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए पूरी तैयारी समयबद्ध ढंग से किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकत्री इस पूरे विशेष अभियान में आपसी समन्वय स्थापित कर संयुक्त रूप से कार्य करें तथा प्रत्येक ग्राम में दस्तक अभियान के अंतर्गत डेंगू , बुखार, डायरिया आदि रोगों की सूचनाओं एकत्र कर की ई कवच पोर्टल पर अवश्य फीड करें। उन्होंने कहा कि मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू,कालाजार, चिकनगुनिया, डायरिया, आदि संचारी रोगों से जुडे़ मामलों की आशंका को देखते हुए जनपद में अन्तर्विभागीय समन्वय से युद्धस्तर पर अभियान को आगे बढ़ाया जाए।जिलाधिकारी ने शहरी क्षेत्रों में अधिशासी अधिकारी और ग्रामीण क्षेत्रों में खंड विकास अधिकारी को सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग करने, स्कूलों, कॉलेज, नाले नालियों तथा अन्य जलजमाव वाले स्थानों का विशेष तौर पर सफाई अभियान के माध्यम से सफाई कराने , तालाबों, नालों व नालियों में एण्टी लार्वा का छिड़काव व उनकी बेहतर साफ सफाई,खुली नालियों को ढकने, उथले हैंडपंप को चिन्हित करने सड़क के दोनों और सड़क के दोनों ओर झाड़ियों की साफ सफाई तथा जल भराव की समस्या का समाधान कराने हेतु डीपीआरओ , अधि0 अधि0 नगर निकाय निर्देशित किया।उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को संचारी रोग के बारे में बच्चों को जागरूक करने एवं कृषि विभाग के अधिकारी को खासकर झाड़ियों में रहने वाले चूहे व छछूंदर के काटने से होने वाले स्क्रब टायफस (बुखार) के प्रति भी जागरूक करने पर विशेष बल दिया। प्रत्येक सीएचसी में एंटी वेनम तथा एंटी रेबीज अवश्य उपलब्ध रहे, सभी डॉक्टर सीएचसी पर उपलब्ध दवाइयां ही रोगियों को लिखे, बाहर की दवाइयां किसी भी दशा में ना लिखें। सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अपने अपने केंद्र पर समय से ओपीडी में बैठे और पोस्टिंग स्थल पर ही निवास करें। अपने स्टाफ को ट्रेनिंग दें। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को कहा कि इसके लिए विशेष तौर पर प्रार्थना सभा में बच्चों को जागरूक करें इसके रोकथाम के उपाय बताए। सुअर बाड़ों और पोल्ट्री फार्म्स वाले लोगों को भी जागरूक करने हेतु मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया।उन्होंने चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, नगर विकास, पंचायतीराज, आई0सी0डी0एस0, शिक्षा, कृषि, पशुपालन, खाद्य एवं औषधि प्रशासन तथा अन्य सभी सबंधित विभाग को स्वास्थ्य विभाग के साथ विशेष रूप से समन्वय बनाकर संचारी रोगों की रोकथाम व नियंत्रण के संबंध में कार्यवाही करने का निर्देश दिया। इसके लिए तहसील, ब्लॉक स्तर से सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने तहसील के एसडीएम की अध्यक्षता में तथा ब्लॉक में बीडीओ की अध्यक्षता में सीडीपीओ, एबीएसए, आंगनबाड़ी, एएनएम , चीफ हेल्थ ऑफीसर, आशा कार्यकत्रियों की बैठक करें उन्हें डोर टू डोर जाकर लोगों को जागरूक करने तथा दस्तक अभियान के तहत सर्वे कर उन्हें चिन्हित करने हेतु निर्देशित करें। मीटिंग करके उन्हें ट्रेनिंग अवश्य दें जिससे कि वह लोगों को जागरुक कर सके किसी भी प्रकार से समन्वय में की कमी ना दिखे। कोई अधिकारी या कर्मचारी इस विशेष अभियान में अगर सहायता नहीं करता है तो इसकी तत्काल सूचना मुझे या सीडीओ को दें। इस अभियान में लोगों को यह संदेश जाना चाहिए कि मेडिकल स्टाफ तथा जिला प्रशासन स्टाफ के द्वारा जनपदवासियों को चिकित्सा के क्षेत्र में सुविधाकृत किया जा रहा है। किसी भी क्षेत्र में जलजमाव की स्थिति किसी भी दशा में उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते है, इसलिए साफ सफाई वृहत स्तर पर अभियान के अंतर्गत करें और लोगों को भी जागरूक करें। सफाई कर्मियों, चीफ हेल्थ ऑफीसर के नाम प्रत्येक दशा में मोबाइल नंबर के साथ लिख जाने चाहिए तथा हेल्थ वेलनेस सेंटर्स, सब सेंटर्स पर मेडिकल स्टाफ समय से उपस्थित अवश्य उपस्थित रहे इसका निरीक्षण भी सीएमओ ओर प्रभारी चिकित्साधिकारी अवश्य करें ।जिलाधिकारी ने सभी से अनुरोध किया कि जिस विभाग की जो भी कार्ययोजना है उसी के अनुसार कार्य संपादित कराएगा। इसलिए सभी विभाग अपना माइक्रो प्लान तैयार कर लें। उन्होंने संचारी रोग से सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को गंभीर हो जाने का निर्देश दिया। कहा कि इसकी रोकथाम के लिए शीघ्र टीम बनाकर उस क्षेत्र में जनजागरूकता व अन्य गतिविधियां युद्धस्तर पर संचालित की जाए।इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, डीडीओ कल्पना मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश पटारिया, एसीएमओ एस एन त्रिपाठी, रोहित यादव, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रविंद्र, जिला कृषि अधिकारी डॉ मेनका, जिला उद्यान अधिकारी कृष्ण कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी, नगर निकायों के ईओ, खंड विकास अधिकारी गण, चिकित्सक , समस्त सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी गण, हेल्थ पार्टनर्स के कर्मचारीगण, तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे।