आज दिनाँक 18 जनवरी 2025 दिन शनिवार को खड्डा ब्लॉक सभागार में मुख्य अतिथि विधायक विधानसभा 329 खड्डा विवेकानन्द पांडेय की उपस्थिति में तहसील क्षेत्र खड्डा के 12326 लोगों को स्वामित्व कार्ड (घरौनी) दिया गया। स्वामित्व कार्ड पाकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान आई तथा स्वामीओं ने देश प्रधानमंत्री नरेंद मोदी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व विधायक विवेकानन्द पांडेय को धन्यवदआ ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया।
ब्लॉक में ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 65 लाख संपत्ति कार्ड बांटे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आज का दिन देश के गांवों के लिए और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ऐतिहासिक दिन है। जानकारी के लिए आपको बताते चलें कि स्वामित्व योजना भारत सरकार द्वारा एक योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि की मालिकाना हक को रिकॉर्ड करना और भूमि के स्वामित्व का डिजिटल सत्यापन करना है। इसके तहत ग्राम पंचायतों में निवासियों को भूमि स्वामित्व कार्ड (प्रॉपर्टी कार्ड) दिए जाते हैं।
क्या है स्वामित्व योजना?
- स्वामित्व योजना की शुरुआत नवीनतम ड्रोन तकनीक के माध्यम से सर्वेक्षण के लिए की गई। इसके लिए गांवों में बसे हुए क्षेत्रों में घरों के मालिक परिवारों को ‘अधिकारों का रिकॉर्ड’ प्रदान करके ग्रामीण भारत की आर्थिक प्रगति को बढ़ाने के उद्देश्य से कार्य किया गया। जिसमें ड्रोन सर्वे कर आबादी के जमीनों में कब्जे के आधार पर स्वामित्व कार्ड प्रदान किया गया।
- स्वामित्व (गांवों का सर्वेक्षण और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर तकनीक के साथ मानचित्रण) पहल ग्रामीण भारत को बदलने में महत्वपूर्ण प्रगति कर रही है।
- इस स्वामित्व प्रमाण पत्र पहल के तहत, सरकार सटीक संपत्ति स्वामित्व डेटा प्रदान कर रही है, जिसमें स्पष्ट स्वामित्व रिकॉर्ड लोगों को मिलता है, जिससे भूमि विवाद कम हो गए हैं और लोगों को अपने जमीन के मामलों में कोई विवाद नहीं उत्पन्न होगा।
ब्लॉक खड्डा सभागार में आयोजित इस स्वामित्व कार्ड वितरण समारोह में उप जिलाधिकारी खड्डा प्रभाकर सिंह , तहसीलदार खड्डा महेश कुमार, खंड विकास अधिकारी विनीत यादव, प्रधान संघ के अध्यक्ष संग्राम सिंह यादव सहित अन्य ब्लॉक के अधिकारी गण मौजूद रहे। तहसीलदार खड्डा महेश कुमार ने बताया कि आज खड्डा तहसील के 12326 लोगों को स्वामित्व कार्ड (घरौनी) दी गई है यह स्वामित्व कार्ड आबादी की जमीनों का ड्रोन सर्वे कर सर्वे आफ इंडिया को डाटा भेजा गया था जिसमें लोगों द्वारा किए गए मकान/कब्जे के आधार पर उन्हें स्वामित्व कार्ड (घरौनी) का प्रमाण पत्र सर्वे आफ इंडिया द्वारा जनरेट होकर आया है, जिन्हें आज भू स्वामीओं को स्वामित्व कार्ड प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।