डाक टाइम्स न्यूज समाचार पत्र खड्डा कुशीनगर।
26 जनवरी 2024 गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर कुशीनगर जनपद के विकासखंड खड्डा के ग्राम सभा सोहरौना में स्थित कांति देवी इंटर कॉलेज में भारत देश की आन बान और शान और गौरव का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा कॉलेज के प्रबंधक रामनरेश चौरसिया की अध्यक्षता व प्रधानाचार्य ओमप्रकाश चौरसिया की उपस्थिति में झंडा फहराया कर राष्ट्र गान किया गया।
तत्पश्चात भक्ति गानों से लबरेज कॉलेज के बच्चों द्वारा 26 जनवरी अमर रहे सहित अन्य स्लोगन के जय घोष के साथ विशाल रैली निकालकर क्षेत्र/नगर भ्रमण किया। यह लंबी रैली सोहरौना होते हुए पुलिस स्टेशन रोड, सुभाष चौक होते हुए नगर के प्रमुख स्थानों पर भ्रमण कर देश को
आजादी दिलाने वाले वीर शहीदों व शहिद स्मारकों पर प्रबंधक रामनरेश चौरसिया व प्रधानाचार्य ओमप्रकाश चौरसिया द्वारा ध्वजारोहण कर पुष्पांजलि अर्पित कर उनकों नमन किया गया। इस रैली में कॉलेज के बच्चों द्वारा संविधान सभा समिति और भारतीय समाज में महिलाओं का पहला कदम के विषय पर कार्यक्रम किया गया और बाकायदा समस्त विषयों पर मसौदा तैयार कर चर्चा की गई जो पूरे नगर व क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र बन गई और लोगों का मन लुभाने लगी, बच्चों ने संविधान सभा समिति पर चर्चा करते हुए व उसके मह्त्व पर प्रकाश डालते हुए व संविधान सभा के सदस्यों का रूप धारण कर जैसे (राजेन्द्र प्रसाद, डॉ० भीमराव अम्बेडकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद) आदि का रोल निभाते हुए बताया कि संविधान सभा
बच्चों द्वारा प्रस्तुत संविधान सभा समिति कार्यक्रम
निर्वाचित प्रतिनिधियों की एक सभा थी जिन्होंने संविधान के दस्तावेज का मसौदा तैयार किया था। 26 जनवरी 1950 को संविधान देश में लागू किया गया। भारत के संविधान को तैयार करने की जिम्मेदारी संविधान सभा की थी। बच्चों ने भारत का संविधान किताब को अपने समक्ष रखा था, तो वहीं भारतीय समाज में महिलाओं की भूमिका और पहला कदम विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज के निर्माण में महिलाओं की भूमिका उतनी ही प्रमुख है
बच्चों द्वारा प्रस्तुत भारतीय समाज में महिलाओं की भूमिका व पहला कदम कार्यक्रम
जितनी कि शरीर को जीवित रखने के लिये जल, वायु, और भोजन हैं। बच्चों ने कहा कि देश की आजादी में महिलाओं ने भी काफी अहम रोल निभाया था। जहां महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और लाला लाजपत राय जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का नाम लिया जाता है वैसे ही रानी लक्ष्मीबाई, सरोजिनी नायडू और बेगम हजरत महल को अंग्रेजों के खिलाफ बगावत करने के लिए याद किया जाता है। बच्चों ने बताया कि कॉलेज के योग्य आचार्यों द्वारा जो उच्च शिक्षा हमें दी जाती है उसके परिणाम के रूप में आज हम सभी ने मिलकर ये कार्यक्रम समाज में प्रस्तुत कर समाज को इसकी जानकारी देते हुए जागरूक भी कर रहे हैं । प्रधानाचार्य ओमप्रकाश जी ने संबोधित करते हुए कहा कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ लेकिन आजादी के बाद भी हम भारतीय ब्रिटिश शासन व उनके बनाए गए कानून पर चल रहे थे भारत को कोई अपना संविधान नहीं था, 26 जनवरी 1950 को हमारा भारतीय संविधान को लागू किया गया।जिसके बाद भारत का संविधान देश का कानून बन गया और लागू हुआ, इस तरह भारत अंग्रेजों से आजाद होने के बाद एक गणतंत्र बना।
तो वहीं लोगों ने यह दृश्य देखकर चर्चा करते हुए कहा कि धन्य है ऐसे अध्यापक और विधालय परिवार जिनके द्वारा बच्चों को ऐसी कुशल शिक्षा दी जा रहीं है जिसके परिणामस्वरूप बच्चें अपने कौशल और अपने अदम्य ज्ञान का प्रदर्शन कर रहे हैं और समाज को भारत के संविधान और आजादी में किए गए संघर्षों व दिए गए योगदान के प्रत्येक सूक्ष्म और विराट पहलुओं पर चर्चा कर जागरूक भी कर रहे है। इस दौरान उप प्रधानाचार्य गेंदा सिंह, शिक्षक नागेंद्र चौरसिया , मेराज सिद्दीकी , शिवपर्सन शर्मा, गोविन्द सिंह, प्रवीण कुमार पाण्डेय, मधुसुदन कुशवाहा, अभिषेक , रितेश मिश्रा ,योगेन्द्र प्रसाद , दुर्गेश तिवारी ,राधेश्याम गुप्ता , राजीव यादव, रमाकांत यादव, फैज आलम , अंगद गुप्ता आदि उपस्थित रहें।
विज्ञापन