जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याओं को सुन निस्तारण के दिए निर्देश

168

डाक टाइम्स न्यूज समाचारपत्र ब्यूरो कुशीनगर।

किसान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस की बैठक आयोजित की गई।उप कृषि निदेशक, कुशीनगर द्वारा पिछली बैठक की कार्यवाही को पढ़ कर सुनाया गया।पिछले किसान दिवस में प्राप्त 07 प्रकरण में से 05 प्रकरण का निस्तारण कर दिया गया। उनके द्वारा कृषको को अवगत कराया गया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ उन्ही कृषको को दिया जायेगा जिनका ई-के०वाई०सी०, भूलेख अंकन और बैंक में एन०पी०सी०आई० पूर्ण होगा, जिन्होने अभी तक ई-के०वाई०सी०, भूलेख अंकन और बैक में एन०पी०सी०आई० नही कराया है वह अतिशीघ्र करा लें जिससे कि अगली किस्त प्राप्त करने में कोई कठिनाई न आये साथ सभी कृषकों को अवगत कराया गया कि जो नये पंजीकरण पी०एम०किसान पोर्टल पर सहज जन सेवा केन्द्र के माध्यम से योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है। कृषक वशिष्ठ नरायण, ग्राम-उस्मानपुर, विकास खण्ड-फाजिलनगर के द्वारा जोकवा राजवाहा के 19 किमी0 के नीचे की नहर जोकवां राजवाहा एवं बलियवा माईनर में सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराने हेतु आवेदन दिया गया, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने सिचाई खण्ड द्वितीय कुशीनगर को निर्देशित किया कि प्राथमिकता के आधार पर तत्काल कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। कृषक महेन्द्र मणि द्वारा गन्ना मूल्य भुगतान समय से न होने से कृषकों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिसपर जिला गन्ना अधिकारी ने अवगत कराया कि जल्द ही भुगतान कराया जायेगा। कृषक सुप्रिय मालवीय द्वारा अवैध चिमनियों की राख से पास के बागिचे सुख रहे है जिससे किसानों को नुकसान का सामना करना पड रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने खनन अधिकारी एवं प्रदुषण नियत्रंण बोर्ड के अधिकारी को निर्देशित किया कि तत्काल प्रकरण का जाँच कर आख्या प्रस्तुत करे। जिलाधिकारी ने किसान दिवस के मौके पर समी कृषक बन्धुओं से आग्रह किया कि परम्परागत खेती छोड औधोगिक खेती की तरफ रूचि ले जिससे किसान भाईयों की आमदनी बढे और जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि विभाग के माध्यम से अग्रणी कृषकों को प्रदेश स्तर पर ट्रेनिंग के लिए भेजा जाए ,जिससे हमारे कृषक दक्ष हो। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों की शिकायतों को शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर सुना जाए और उसका शीघ्र निस्तारण किया जाए। खासकर कृषि, सिंचाई व बिजली विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से किसान भाइयों की बातों का ख्याल रखने को कहा। इस अवसर पर किसानों ने कृषि से जुड़ी विभिन्न समस्याओं से जिलाधिकारी को अवगत कराया।बैठक में किसान भाइयों ने मुख्यतः विद्युत कनेक्शन के चार्जेज, नहरों/रजवाहों में सिंचाई हेतु पानी समय से न छोड़ने की समस्या, फसल लगाने के लिए उपर्युक्त उत्तम गुणवत्ता वाली बीज, ट्यूबवेल कनेक्शन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जारी किस्त के किसानों के खातों में अंतरण न होने की समस्या, केसीसी खाता से बिना सूचना के अकाउंट बंद करने, केले के फसल की क्षति हुए किसानों के बीमा पॉलिसी के संबंध में तथा आपसी सहमति के आधार पर दर्ज बंटवारों से संबंधित विभिन्न वादों के संदर्भ में जिलाधिकारी के समक्ष शिकायत रखी, जिस पर बारी-बारी से गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण हेतु निर्देशित किया । उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत शिकायत मिलने पर उप कृषि निदेशक से स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश भी दिए। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने कहा कि इस किसान दिवस का मुख्य उद्देश्य किसानों को समस्याओं के निस्तारण के साथ-साथ कृषि तकनीकियों का उपयोग कर कृषि को उद्योग के रूप में विकसित करना है तथा कुशीनगर में उत्पादन किए जाने वाले विभिन्न औषधि कृषि फसलों, ड्रैगन फ्रूट , हल्दी, आलू फसलों में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर उत्पादन को बढ़ावा देना है जिससे कि यहां के किसान अधिक से अधिक लाभान्वित हो सके, उनकी आय में वृद्धि हो सके तथा बाहर भी अपने उत्पादों का विक्रय कर सके। अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग कर कृषि लागत को कम कर सकते हैं। उन्होंने जिला उद्यान अधिकारी तथा कृषि उप निदेशक को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक विशिष्ट विभिन्न फसलों को उत्पादन करने वाले किसानों के साथ एक-एक कार्यशाला आयोजित कराए, उन्हें खेती के नए नए तकनीक भी सिखाए, जिससे कि वे अपनी अपनी खेती के उत्पादों को छोटे-छोटे उद्योग के रूप में विकास कर सके। आज सरकार के द्वारा आसानी से विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि किसानों का समग्र विकास हो सके और कृषि को नए आयाम मिल सके। ODOP के अंतर्गत केले के विशिष्ट उत्पादों आटा , रेशे, आचार, कपड़े आदि हल्दी के उत्पादन तथा औषधीय फसलों के साथ-साथ आलू, चावल, गन्ना, ड्रैगन फ्रूट आदि को बढ़ावा देना है जिससे कि बाहर भी उनका निर्यात किया जा सके।इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी,उप निदेशक कृषि आशीष कुमार, जिला कृषि अधिकारी डॉ मेनका, भूमि संरक्षण अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला उद्योग अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, सहायक निदेशक (रेशम), सहायक निदेशक (मत्स्य), सहायक निबन्धक (सहकारिता), सहायक अभियन्ता (सिंचाई) खण्ड-2, देवरिया, सहायक अभियन्ता (सिंचाई) खण्ड-1. देवरिया, सहायक अभियन्ता (लघु सिंचाई) कुशीनगर, अधिशासी अभियन्ता (विद्युत), अधिशासी अभियन्ता (बाढ़), जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी, क्षेत्रिय प्रबन्धक इफको, नोडल अधिकारी वैकल्पिक उर्जा, चकबन्दी अधिकारी कसया, फसल बीमा कम्पनी प्रतिनिधि, विषय वस्तु विशेषज्ञ (कृषि) एव कृषक बन्धु उपस्थित थे।