पशुगणना हेतु 150 गणनाकर्ता व 20 सुपरवाइजर की हुई है तैनाती

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डाक टाइम्स न्यूज समाचारपत्र ब्यूरो कुशीनगर।

मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा0 रविंद्र प्रसाद ने बताया की भारतवर्ष में 21वीं पशुगणना अभियान का शुभारम्भ हो गया है। इससे पहले वर्ष 2019 में 20वीं पशुगणना सम्पन्न हुई थी। शासन द्वारा हर पाँच साल में पशुओं की गणना करायी जाती है।उन्होंने बताया की भारतवर्ष में पहली पशुगणना वर्ष 1919 में हुई थी। 21वीं पशुगणना 01 सितम्बर 2024 से 31 दिसम्बर 2024 तक प्रस्तावित है। जनपद कुशीनगर में 21वीं पशुगणना हेतु पूर्ण तैयारी की जा चुकी है। जनपद कुशीनगर में कुल 1857 ग्राम एवं 561062 परिवारों की संख्या (वर्ष 2011 के जनगणना के अनुसार) के सापेक्ष 20 सुपरवाईजर एवं 150 गणनाकर्ताओं को पशुगणना कार्य हेतु प्रशिक्षित किया जा चुका है। गणनाकर्ताओं द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के वार्ड एवं ग्रामों में हर घर जाकर पालतू पशुओं/पक्षियों की सही व पूर्ण जानकारी संख्यावार व नस्लवार एकत्र कर एवं सभी पशुओं को टैगिंग कर मोबाईल के माध्यम से 21″ Livestock Census App पर अपलोडिंग किया जायेगा, जिसका पर्वेक्षण 21वीं पशुगणना में नियुक्ति किये गये सुपरवाईजर द्वारा किया जायेगा। सुपरवाईजर द्वारा सभी पशुओं/ पक्षियों का पूर्ण सही पाये जाने पर डा० ज्ञानेन्द्र किशोर जिला स्तरीय नोडल अधिकारी पशुगणना (DNO) के web app पर भेजा जायेगा। सुपरवाईजर द्वारा भेजे गये पशुगणना का विवरण जाँचोपरान्त नोडल अधिकारी पशुगणना द्वारा पशुगणना का विवरण प्रदेश के नोडल अधिकारी पशुगणना (SNO) को app के माध्यम से प्रेषित किया जायेगा। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने जनपद के सभी पशुपालक भाईयों से अपील किया है कि सभी पशुपालक अपने पशुओं/पक्षियों की पूर्ण व सही जानकारी पशुगणनाकर्ताओं को देकर एवं अपने पशुओं की टैगिंग जरूर करवा कर अभियान में पूर्ण सहयोग दे जिससे 21वीं पशुगणना अभियान सफल रूप से क्रियान्वित हो सके।