स्वच्छता को महात्मा गांधी जीवन और राष्ट्र उन्नति का महत्वपूर्ण अंग मानते थे – डॉ गोपाल सिंह

128

डाक टाइम्स न्यूज खड्डा कुशीनगर ।

जनपद कुशीनगर के नगर पंचायत खड्डा नगर में स्थित सरस्वती देवी महाविद्यालय में शिक्षाशास्त्र विभाग की ओर से स्वच्छता पखवाड़ा के दृष्टिगत सेमिनार का आयोजन किया गया। महात्मा गांधी का स्वच्छता दर्शन विषयक सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में जवाहर लाल नेहरू स्मारक पी.जी कॉलेज, महराजगंज में एम.एड विभाग के अध्यक्ष डॉ गोपाल सिंह द्वारा शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप

 

प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन से हुआ। इसके पश्चात छात्राओं में दिव्या, नीलम आदि ने अतिथि के स्वागत में स्वागत गीत प्रस्तुत किया। विषय प्रवर्तन उप प्राचार्य डॉ गौरव त्रिपाठी ने किया। मुख्य वक्ता डॉ गोपाल सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि ” महात्मा गांधी स्वच्छता को व्यक्तित्व निर्माण से लेकर राष्ट्र की उन्नति तक के मूल आवश्यकता के रूप में रेखांकित करते थे। गंदगी सबसे बड़ी हिंसा है जबकि स्वच्छता पवित्रता और प्रगति का परिचय देती है। लक्ष्य को प्राप्त करने के

लिए साधन की पवित्रता भी होनी चाहिए।” सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य दीपक मिश्र ने महात्मा गांधी के स्वच्छता दर्शन पर आधारित विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि महात्मा गांधी कहते थे कि ” यदि कोई व्यक्ति स्वच्छ नहीं है, तो वह स्वस्थ नहीं रह सकता है। और यदि वह स्वस्थ नहीं है, तो वह स्वस्थ मनोदशा के साथ नहीं रह पाएगा। स्वस्थ मनोदशा से ही स्वस्थ चरित्र का विकास होगा।” कार्यक्रम में हिंदी विषय के प्रवक्ता आशुतोष तिवारी ने छात्रों को स्वच्छता शपथ दिलाई और स्वच्छता पखवाड़ा के उद्देश्यों का उल्लेख करते हुए स्वच्छता ही सेवा की अवधारणा को स्पष्ट किया। सेमिनार का संचालन शिवम पाण्डेय ने किया। सेमिनार में प्रमुख रूप से विभा सिंह, बबिता जायसवाल, नवीन मिश्र, सुनील मिश्र, राकेश गोंड, उपेश राव आदि उपस्थित रहे।