डाक टाइम्स कुशीनगर जनपद के विकासखंड खड्डा के ग्राम सभा नरकहवा में स्थित प्राचीन मंदिर हड़हवा मंदिर झील निर्माण कार्य राज्य वित्त व मनरेगा कन्वर्जेस का शिलान्यास बोर्ड दिनांक 17/7/2023 को लगने के बाद अब तक सिर्फ मिट्टी भरने व पाइप डालकर बिना स्पर बनाय उसे छोड़ दिया गया। जिसके बाद क्षेत्र में हुई बारिश से बनने वाले झील के पाइप पर भरी गई मिट्टी बारिश के पानी में बह गई और अबतक किए गए कार्य में पानी फिर गया। उल्लेखनीय है कि हड़हवा मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है जिसके लिए हड़हवा मंदिर झील का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। मंदिर को जाने वाला रास्ता अब कीचड़ में तब्दील होकर पानी में विलय हो गया है जिससे मंदिर में जाना संभव नहीं हो पा रहा है, वही ग्रामीणों का कहना है कि हड़हवा मंदिर झील का शिलान्यास बोर्ड लगने के बाद अब तक सिर्फ मिट्टी भरने व पाइप डालकर बिना स्पर बनाय लापरवाही कर उसे छोड़ दिया गया। बारिश में पाइप पर भरी गई मिट्टी पानी में बह गई, अब कीचड़ युक्त पानी मंदिर जाने वाले रास्ते हो अवरुद्ध कर दिया है, कहा कि हड़हवा मंदिर झील कब पर्यटन स्थल का रूप लेगा यह तो समय के गर्त में है। लोगों ने कहा कि एक बार अधिकारियों ने आकर इसका निरीक्षण किया था उसके बाद किसी भी अधिकारी ने इसकी खोज खबर नहीं ली यह देख इस मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में देखने का हमारा सपना सपना रही जाएगा।ग्रामीणों का कहना है कि पाइप बिछाकर मिट्टी भर कर बिना स्पर बनाय उसे छोड़ दिया गया जिससे बारिश में भरी गई मिट्टी बह गई और नहर का पानी रास्ते पर आ गई जिससे आस्था का स्थल मंदिर पर हमें अपने शरीर के आधे भाग को नहर के पानी में डुबोकर जाना पड़ रहा है अभी तो हालत इतनी दयनीय है कि वहा जा पाना संभव नहीं है, नदी में मगरमच्छ, नाक घड़ियाल आदि जानवर भी रहते हैं जिससे हमें जान का भी खतरा बना रहता है। लोगों का कहना है कि उक्त कार्य पर धन भी व्यय हो गया है लेकिन फिर भी निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में जब हमारी डाक टाइम्स समाचार पत्र टीम खंड विकास अधिकारी खड्डा विनीत कुमार यादव से बात की तो उन्होंने कहा कि उक्त कार्य पर अभी धन व्यय नहीं हुआ है, प्रस्तावित है। आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है इस प्रकरण की जांच करायी जा रहीं है।